हाले - दिल सब को सुनाने आ गये
खुद मज़ाक अपना उडाने आ गये
फ़ूंक दी बीमाशुदा दूकान खुद
फ़िर रपट थाने लिखाने आ गये
मार डाली पहली बीवी, क्या हुआ
फ़िर शगुन ले के दिवाने आ गये
खेत, हल और बैल गिरवी रख के हम
शहर में रिक्शा चलाने आ गये
तेल की लाइन से खाली लौट कर
बिल जमा नल का कराने आ गये
प्रिंसीपल जी लेडी टीचर को लिये
देखिए पिक्चर दिखाने आ गये
हांकिया ले कर पढाकू छोकरे
मास्टर जी को पढाने आ गये
घर चली स्कूल से वो लौट कर
टैक्सी ले कर सयाने आ गये
कांख में ले कर पडौसन को जनाब
मौज मेले में मनाने आ गये
बीवी सुन्दर मिल गई तो घर पे लोग
खैरियत के ही बहाने आ गये
शोख चितकबरी गज़ल ले कर 'कृष्णपाल
तितलियों के दिल जलाने आ गये