दिल के हर कोने से, खुशबू आपकी आती है,
जब भी तनहा होते हैं, याद आपकी आती है.
दिखा कर ख्वाब इन आंखों को, दे गए आँसू इन में आप.
कैसे छलका दू यह आँसू, इन में भी तो रहते हो आप.
हो गए आपसे जुदा, कितने बदनसीब हैं हम.
रूठा हमसे आज हमारा खुदा, कितने फ़कीर हैं हम.
आज हम उन्हें बेवफा बताकर आए है,
उनके खातो को पानी में बहाकर आए है,
कोई निकल कर पढ़ न ले उन्हें,
इस लिए पानी में भी आग लगाकर आए है.
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