लोकप्रिय पोस्ट

मंगलवार, 18 जनवरी 2011

नसीब आजमाने के दिन आ रहे हैं !!

नसीब आजमाने के दिन आ रहे हैं
क़रीब उनके आने के दिन आ रहे हैं

जो दिल से कहा है, जो दिल से सुना है
सब उनको सुनाने के दिन आ रहे हैं

अभी से दिल-ओ-जाँ सर-ए-राह रख दो
कि लुटने लुटाने के दिन आ रहे हैं


टपकने लगी उन निगाहों से मस्ती
निगाहें चुराने के दिन आ रहे हैं

सबा फिर हमें पूछती फिर रही है
चमन को सजाने के दिन आ रहे हैं

चलो कृष्णपाल  फिर से कहीं दिल लगाएं
सुना है ठिकाने के दिन आ रहे हैं.........................!!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें