हीरे की शफक है तो अँधेरे में चमक ,
धुप में आके तो शीशे भी चमक जाते हैं .
भुझी शमा भी जल सकती है ,
तूफान से कश्ती भी निकल सकती है ,
होके मायूस यूं न अपने इरादे बदल ,
तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है
ज़िन्दगी में कई मुश्किलें आती हैं ,
और इंसान जिंदा रहने से घबराता है ,
न जाने कैसे हज़ारों काँटों के बीच ,
रह कर भी एक फूल मुस्कुराता है .
गम के अंधेरो में खुद को यूह न बेक़रार कर ...
गम के अंधेरो में खुद को यूह न बेक़रार कर ....
सुभाह ज़रूर आएगी
सुभाह का इंतज़ार कर !
सर झुकाओगे तो पत्थर भी देवता हो जायेगा ,इतना न चाहो उससे , वोह बेवफा हो जायेगा .
हम भी दरिया हैं , हमें अपना हुनर मालूम है ,
जिस तरफ चल पडे रास्ता हो जायेगा .
लहरों को शांत देख कर यह मत समजना
की समंदर में रवानी नहीं है ,
ज़ब भी उठेगे तुफ्फान बनकर उठेगे ,
अभी उठने की ठानी नहीं है .
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